भारत की थल, जल और वायु सेनाओं ने मिलकर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के अंतर्गत पाकिस्तान और पीओके में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों पर एक साथ मिसाइल हमले किए। इन हमलों में 70 से ज्यादा आतंकी मारे गए हैं, जबकि 60 से अधिक गंभीर रूप से घायल हुए हैं। जिन ठिकानों पर हमला किया गया, वहां लंबे समय से आतंकी संगठनों की गतिविधियां चल रही थीं। इनमें जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के अहम अड्डे भी शामिल हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन्हीं में से एक स्थान पर आतंकी अजमल कसाब ने भी प्रशिक्षण लिया था। पाकिस्तान सरकार ने अब तक 26 लोगों की मौत की पुष्टि की है, लेकिन उसका कहना है कि मारे गए लोग आम नागरिक थे।
भारतीय सेना ने जिन 9 स्थानों को निशाना बनाया, वे हैं – मुजफ्फराबाद, कोटली, बहावलपुर, रावलकोट, चकस्वारी, भिंबर, नीलम घाटी, झेलम और चकवाल। इन जगहों पर किए गए सटीक हमलों में आतंकी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचा है। मुजफ्फराबाद की तस्वीरें इस तबाही की गवाही दे रही हैं।
बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद के मुख्य केंद्र पर भी हमला किया गया। कुछ खबरों में दावा है कि इस हमले में मसूद अजहर के परिवार के कई सदस्य मारे गए हैं। हालांकि मसूद अजहर की जान बच गई है, लेकिन वह अब छिपता फिर रहा है।
पंजाब प्रांत के मुरीदके में स्थित लश्कर-ए-तैयबा के मुख्यालय पर भी मिसाइलें दागी गईं। इस हमले में लश्कर के ढांचे को गंभीर क्षति हुई है। बताया जा रहा है कि टीआरएफ भी इसी संगठन से जुड़ा हुआ है।
बहावलपुर के विक्टोरिया अस्पताल में बड़ी संख्या में घायल भर्ती किए गए हैं। वहीं मुरीदके की सड़कों पर लगातार ऐंबुलेंस के सायरन सुनाई देते रहे। दर्जनों ऐंबुलेंस घायलों और मृतकों को अस्पताल पहुंचाने में जुटी रहीं।